Google AI Watermark : AI टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग के कारण असली और AI-जनित तस्वीरों के बीच का अंतर धुंधला होता जा रहा है। खासतौर पर, AI द्वारा बनाई और एडिट की गई तस्वीरें वास्तविक लगने लगी हैं, जिससे फेक इमेज और गलत सूचना का खतरा बढ़ गया है। इसे ध्यान में रखते हुए, Google ने पहले से ही AI-जनित तस्वीरों पर डिजिटल वॉटरमार्किंग लागू की थी। अब कंपनी ने घोषणा की है कि वह Magic Editor के Reimagine टूल से संपादित तस्वीरों पर भी डिजिटल वॉटरमार्क लगाएगा।
Google SynthID टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगा, जो पहले Imagen टूल में भी देखी गई थी। यह कदम उपयोगकर्ताओं को AI-जनित सामग्री की पहचान करने में मदद करेगा और डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बनाएगा।
Table of Contents
AI एडिटेड फोटो पर Google का डिजिटल वॉटरमार्क Google AI Watermark
📌 Magic Editor के Reimagine टूल से एडिट की गई तस्वीरों पर डिजिटल वॉटरमार्क लगाया जाएगा
📌 Google SynthID टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा
📌 AI-जनित और असली तस्वीरों में अंतर करने में मदद मिलेगी
📌 AI एडिटेड फोटो के दुरुपयोग को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया
📌 Imagen 3, Imagen 2, और Veo वीडियो जनरेशन मॉडल में भी SynthID लागू
SynthID टेक्नोलॉजी: डिजिटल वॉटरमार्किंग कैसे करेगी काम? Ai Image Editing
SynthID टेक्नोलॉजी को Google ने इस तरह डिज़ाइन किया है कि यह बिना छवि की गुणवत्ता को प्रभावित किए डिजिटल वॉटरमार्क बनाए रख सके।
✅ यह वॉटरमार्क तब भी बरकरार रहेगा जब:
- छवि को क्रॉप किया जाए
- फिल्टर जोड़े जाएं
- रंगों में बदलाव किया जाए
- फ्रेम दर बदली जाए
- फाइल का फॉर्मेट बदला जाए
📌 यह तकनीक सिर्फ छवियों तक सीमित नहीं है, बल्कि वीडियो के हर फ्रेम की भी जांच कर सकती है।
Google का कहना है:
“हमने इस तकनीक को इस तरह विकसित किया है कि इसे पहचानना आसान न हो, लेकिन यह छवि और वीडियो में बना रहे, जिससे AI-जनित सामग्री की पहचान की जा सके।”
Google Photos में SynthID का उपयोग AI Photo Verification
Google अब Google Photos और अन्य AI इमेज जनरेशन टूल्स में SynthID का उपयोग कर रहा है।
🔹 Imagen 3 और Imagen 2 (Google के टेक्स्ट-टू-इमेज मॉडल)
🔹 ImageFX (Google का नया AI इमेज जनरेशन टूल)
🔹 Veo (Google का उन्नत वीडियो जनरेशन मॉडल)
फिलहाल, Veo को केवल चुनिंदा क्रिएटर्स के लिए VideoFX प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया गया है।
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AI-जनित फोटो पहचानने के लिए “About this image” फीचर
Google ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि Reimagine टूल से की गई एडिटिंग बहुत मामूली होगी, जैसे कि किसी तस्वीर की बैकग्राउंड में केवल एक छोटे से फूल का रंग बदलना, तो हो सकता है कि SynthID इसे लेबल और डिटेक्ट न कर पाए।
➡️ ऐसे मामलों में उपयोगकर्ता “About this image” फीचर का उपयोग कर सकते हैं।
➡️ यह फीचर यह बताने में मदद करेगा कि क्या किसी छवि में SynthID वॉटरमार्क मौजूद है या नहीं।
Google का यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?
✅ फेक इमेज और गलत सूचना को रोकने में मदद मिलेगी
✅ AI द्वारा एडिट की गई तस्वीरों की पहचान करना आसान होगा
✅ डिजिटल मीडिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनी रहेगी
✅ AI टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को कम किया जा सकेगा
AI इमेज एडिटिंग के बढ़ते उपयोग को देखते हुए Google का यह कदम डिजिटल सुरक्षा और मीडिया सत्यता को बनाए रखने के लिए बेहद आवश्यक है।
निष्कर्ष
Google का यह नया अपडेट AI-जनित और असली तस्वीरों के बीच अंतर करने में मदद करेगा। SynthID टेक्नोलॉजी के उपयोग से डिजिटल वॉटरमार्किंग अधिक सुरक्षित और प्रभावी होगी।
📌 अब AI से संपादित तस्वीरों की पहचान आसान होगी।
📌 फेक इमेज और AI से बनाई गई तस्वीरों का दुरुपयोग रोकने में मदद मिलेगी।
📌 SynthID तकनीक भविष्य में डिजिटल मीडिया की सुरक्षा को और मजबूत बनाएगी।
🚀 Google के इस नए बदलाव पर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में बताएं! 😊